कोविड-19( एक नजर भोपाल शहर पर)

कोविड-19 या कोरोना या एक महामारी जिस भी नाम से पुकारा जाए यह जिस भी खतरनाक शब्द जो भी हमारे शब्दकोश में हो उस से पुकारा जाए तो वह गलत नहीं होगा एक भयंकर महामारी जो चीन के एक शहर वहां से निकल कर दुनिया पर अपना कहर बरसा रही है पहले लोगों ने इसको मात्र एक शहर विशेष की बीमारी बताया लेकिन देखते ही देखते यह वहां से निकलकर हजारों लाखों किलोमीटर दूर तक अपने पैर पसार चुकी  है।


                     यह एक ऐसी घातक बीमारी है जिसका अभी तक कोई भी इलाज नहीं निकल पाया है। आज ऐसे बड़े बड़े देश जो अपने आप को सबसे आगे बताते हैं एवं वह यह बताते हैं कि वह जल्द ही चांद और मंगल ग्रह पर रहने की व्यवस्थाएं करेंगे । और पृथ्वी से बाहर मानव के रहने की परिकल्पना करते हैं एवं उसको वास्तविकता से जोड़ते हैं वह आज एक बीमारी को लेकर लाचार से दिख रहे हैं हर आधुनिक टेक्नोलॉजी से भरपूर शहर भी इस बीमारी का कोई भी इलाज नहीं ढूंढ पाए हैं और ना ही अभी तक इसकी संभावना दिख रही है। फिलहाल इस बीमारी का केवल एक ही इलाज है यश को इलाज बोलना गलत होगा इस बीमारी का एक ही बचने का रास्ता है वह है सोशल डिस्टेंसिंग सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब यह है कि जितना हो सके लोग एक दूसरे से दूरी बनाए रखें क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है जो कि किसी व्यक्ति के दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से होती है यदि कोई संक्रमित व्यक्ति किसी स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में आता है तो यह बीमारी स्वस्थ व्यक्ति को भी हो जाती है आज इस बीमारी को एक  श्राप  की तरह देखा जा रहा है एक ऐसा श्राप जिसका अभी तक कोई भी तोड़ सामने नहीं आया है केवल लाचार सरकार और अपने आप को शक्तिशाली कहने वाले इस विश्व के बड़े बड़े देश इसका समर्थन करते हुए यह कह रहे हैं कि केवल मनुष्य एक दूसरे से दूरी बनाकर ही इससे बचाव कर सकता है एवं हमारे समाचार पत्र के द्वारा हमारे सभी पाठकों को यह सलाह दी जाती है कि जितना हो सके एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें एवं बिना मतलब के अपने घर से बाहर ना निकले आपके जरूरी सामान और अन्य सुविधाओं के लिए सरकार ने अनेकानेक हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराएं हैं जिसके द्वारा आप अपने जरूरत के सामान राशन और दवाइयां घर बैठे मंगवा सकते हैं एवं अन्य किसी भी सुविधा के लिए आप अपने प्रशासन द्वारा दी गई हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके उसका निराकरण कर सकते हैं


एवं उम्मीद है और आशा करते हैं कि बहुत ही जल्द इस बीमारी का उपाय सामने आएगा एवं इस महामारी से हम सभी का बचाव होगा लेकिन तब तक यह जरूरी है कि हम सरकार द्वारा दिए हुए आदेशों का पालन करें एवं उनका अनुसरण करें जिससे ना केवल हम खुद भी सुरक्षित हो बल्कि अपने घर और समाज को भी सुरक्षित कर सकें।


मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में भी इसका भारी कहर दिख रहा है जहां भोपाल में इसका आंकड़ा 136 के पार पहुंच चुका है एवं इंदौर में 200 के पार तक मामले पहुंच चुके हैं हालांकि कुछ लोग इस बीमारी से स्वस्थ होकर अपने घरों को जा चुके हैं पर यह आंकड़ा बीमारियों से ग्रसित रोगियों के मुकाबले बहुत कम है इसीलिए इसका केवल एक ही उपाय है वह है सोशल डिस्टेंसिंग हमारा समाचार पत्र एवं हमारी पूरी टीम की तरफ से हम आपसे यह आग्रह करते हैं हमारे सभी पाठकों और दर्शकों से कि जितना हो सके अपने घर में रहें और सुरक्षित रहें ताकि आप ना केवल खुद स्वस्थ रहें बल्कि अपने घरवालों और अपने समाज को भी स्वस्थ सुरक्षित रखें।